Wednesday, January 19, 2011

सूर्य

सूर्य को सौर मंडल का राजा माना जाता है। इस ऊर्जावान ग्रह के महत्व को अध्यात्म के साथ-साथ विज्ञान भी स्वीकार करता है। दुनिया की कई संस्कृतियों में सूर्य को अहम माना गया है। आइए जानते हैं अलग-अलग देशों में सूर्य का महत्व। सबसे पहले बात करते हैं, मिस्त्र की। इजिप्ट की भाषा में फरोह का मतलब सूर्य है। फरोह इजिप्‍ट के राजा को कहा जाता था। मिस्त्र में कई राजाओं ने अपने समय में जो सिक्के जारी किए, उनमें सूर्य की आकृति मौजूद थी। खूबसूरती के लिए मशहूर मिस्त्र की महारानी नेफरतीती और राजा फराओ अखनातेन ने अनेक देवताओं की जगह सूर्य की पूजा शुरू करा दी थी। ईरान में  सूर्य को मिथ्र कहा जाता है। ईरानी राजा मिथ्र दिवस भी मनाते थे। वे खुद को आर्य मिहिर कहते थे। वहां महिलाएं मिथ्र पर्व के मौके पर नाच कर खुशी का इजहार करती थी ।जापान को उगते सूर्य का देश कहा जाता है। जापान में सूर्य पर्व भी मनाया जाता है।  इस मौके पर सूर्या देवी की आरती की जाती है। जापानी खुद को सूर्य वंशी करार देते हैं। सूर्या देवी को यूनानी भाषा में अरोरा के नाम से जाना जाता है। पुराने दौर में वहां सूर्य देवता अपोलो की पूजा की जाती थी। अपोलो पर्व के मौके पर यूनान के तमाम इलाकों को फूलों से सजाया जाता था। यूनान के हेलियस देवता सूर्य ही हैं। संस्कृत भाषा में हेलियस का मतलब सूर्य ही होता है। यूनान के कई हिस्सों में आज भी शादी में सूर्य मंत्र पढ़ने की परंपरा है। अमेरिका की मेयान सभ्यता में भी सूर्य देव की उपासना की जाती थी। दुनियाभर के दार्शनिकों ने भी सूर्य के महत्व को स्वीकारा है। चीन के मशहूर फिलॉस्फर ली ने भी खगोल शास्त्र का मूल आधार सूर्य को ही माना है। भारत में भी सूर्य को देवता माना जाता है। वेदों ने जगत की आत्मा करार देते हुए कहा है, सूर्य आत्मा जगत्स्थुषश्च। ब्रह्म पुराण के मुताबिक सूर्य के 21 नामों वाले श्लोक के सहारे सूर्य की कृपा हासिल की जा सकती है। 
विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भाष्करो रवि:
लोक प्रशासक: श्री मांल्लोक चक्षुर्मुहेश्वर:
लोकसाक्षी त्रिलोकेश: कर्ता हर्ता तमिस्रहा 
तपनस्तापनश्चैव शुचि: सप्ताश्ववाहन:
गभस्तिहस्तो ब्रह्मा च सर्वदेवनमस्कृत:
एकविंशतिरित्येश स्तव इष्ट: सदा रवे:
इसे काया, धन और यश के लिहाज से बेहद फायदेमंद स्त्रोत माना गया है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय इसका उपयोग किया जा सकता है। 


1 comment:

  1. इस सूर्य श्लोक और बाकी जानकारी के लिये धन्यवाद।

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